विवाद: रामलीला देखकर लौट रही महिलाओं से की मारपीट, पुलिस पर पक्षपात करने का आरोप
कोटद्वार। यूपी-उत्तराखंड सीमा पर यूपी के युवकों ने रामलीला देखकर लौट रहे उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्र देवरामपुर के लोगों पर पटाखे फेंके और अभद्रता की। विरोध करने पर मारपीट की। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो देवरामपुर के लोग कोटद्वार पुलिस पर भड़क गए और एसआई को घेर लिया। एसआई को लाठी भांजकर भीड़ से अपनी जान बचानी पड़ी। पुलिस ने मामले में चार महिलाओं समेत सात लोगों को हिरासत में लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया है। देवरामपुर की महिलाओं ने बताया कि बुधवार रात एक बजे जब वह अपने परिजनों के साथ रामलीला देखकर घर लौट रहीं थीं। रास्ते में यूपी के तल्ला मोटाढाक के कुछ युवकों ने उन्हें जातिसूचक शब्द कहते हुए अशोभनीय व्यवहार किया। युवक पटाखे जलाकर उन पर फेंकने लगे। विरोध करने पर युवकों ने उनके साथ मारपीट कर दी। घटना की सूचना पर एसआई विनोद चपराना समेत अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। महिलाओं का आरोप है कि देवरामपुर के दो युवकों वेदप्रकाश और संजय को पुलिस ने हिरासत में ले लिया, जबकि कोटद्वार पुलिस मारपीट के आरोपी युवक को पीड़ितों से अलग ले जाने लगी। महिलाओं ने इसका विरोध करते हुए पुलिस से मौके पर ही फैसला करने को कहा। इसी बात को लेकर महिलाओं ने एसआई विनोद चपराना को घेर लिया। इस दौरान महिलाओं और एसआई के बीच तीखी झड़प हुई। बृहस्पतिवार सुबह जब देवरामपुर के लोग दोनों युवकों को छुड़ाने के लिए कोतवाली पहुंचे तो पुलिस ने रात को पुलिस टीम के साथ अभद्रता करने के आरोप में एक युवक व चार महिलाओं को हिरासत में ले लिया। एसएसआई राज विक्रम सिंह ने बताया कि हमलावरों ने पुलिस वाहन को भी क्षति पहुंचाई है। मामले में चार महिलाओं समेत सात लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
‘यूपी के आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया गया था। इससे पहले पुलिस मामले में कोई कार्रवाई करती, देवरामपुर के लोगों ने पुलिस के सामने ही युवक के साथ मारपीट कर दी। बीचबचाव कराने पर उल्टे भीड़ पुलिस के ही खिलाफ हो गई।’

– राज विक्सिंरम सिंह पंवार, एसएसआई, थाना कोटद्वार
