दहशत: भूस्खलन से प्रभावित ग्रामीणों ने प्रशासन से लगाई सुरक्षा की गुहार
उत्तरकाशी। राना चट्टी और हनुमानचट्टी के बीच नेशनल हाईवे के उपर बसे बाड़िया गांव के नीचे से हो रहे भूधंसाव के कारण परेशान ग्रामीणों ने शनिवार को यमुनोत्री यात्रा भ्रमण पर पहुंचे जिलाधिकारी प्रशांत आर्य से हनुमानचट्टी में मुलाकात की तथा डीएम के सामने बाड़िया गांव के नीचे से हो रहे भूस्खलन की समस्या रखी। भूस्खलन से परेशान बाड़िया गांव के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर कहा कि बाडिया गांव के नीचे से लागातार भूस्खलन हो रहा है। भूस्खलन से वर्ष 2013 में करीब डेढ़ दर्जन मकान भूस्खलन की चपेट में आये थे। लेकिन, ग्रामीणों को वर्ष 2013 से न तो उन्हें उसका प्रतिकर मिला है और ना ही भूस्खलन से खतरे की जद में आए मकान मालिकों को कहीं अन्य सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया। और अब यहां गांव के नीचे से जा रहे हाईवे का चौड़ीकरण कार्य शुरू हो रहा है, ऐसे में गांव को और भी भूस्खलन का खतरा उत्पन्न हो गया है। ग्रामीणों ने मांग की है कि भूस्खलन से प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जाय, जिससे कि प्रभावित परिवार कहीं अन्य सुरक्षित स्थान पर अपने मकान बना सकें। साथ ही कहा कि कहा कि अगर हाईवे चौड़ीकरण कार्य के दौरान गांव के ग्रामीणों के भवनों को कोई खतरा उत्पन्न हुआ तो जिला प्रशासन और विभाग जिम्मेदार होगा। इस दौरान पर डीएम प्रशांत आर्य ने ग्रामीणों की समस्या सुनकर एनएच के अधिकारियों से बातचीत की और ग्रामीणों को उक्त समस्या के समाधान का भरोसा दिलाया। इस मौके पर एनएच के अधिशासी अधिकारी मनोज रावत, एसडीएम बृजेश तिवारी सहित मोहन सिंह पंवार, राजेश पंवार, खुशपाल, बृजमोहन, बुद्धि सिंह, सुरेश, गोविंद, केदार सिंह, भजन सिंह, विजय सिंह आदि ग्रामीण मौजूद रहे।

