आतंक: इस जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भालू सक्रिय, विधायक के गृह क्षेत्र में मार चुका है मवेशी
जसोली के खरकोटा में गौशाला की छत फाड़कर भालू ने मवेशियों को बनाया निवाला

क्षेत्र में अब तक घट चुकी है तीसरी घटना, वन विभाग की निष्क्रियता से ग्रामीणों में आक्रोश
सरकार और वन विभाग के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी
रुद्रप्रयाग। विधायक रुद्रप्रयाग के गृह क्षेत्र में भालू का आतंक बना हुआ है, जिस कारण ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना है। जंगली भालू ग्रामीणों की आजीविका को निशाना बना रहा है। गौशाला की छत फाड़कर दुधारू पशुओं को निवाला बनाया जा रहा है, जिस कारण ग्रामीणों के सामने आर्थिकी की समस्या भी खड़ी हो गई है।
विधायक रुद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी के गृह क्षेत्र रानीगढ़ पट्टी के जसोली क्षेत्र के खरकोटा गांव में भालू अब तक तीन मवेशियों को अपना निवाला बना चुका है, जिससे ग्रामीणों के सामने आजीविका का संकट बन गया है। गुरूवार को सुबह करीब चार बजे जंगली भालू ने ग्रामीण भरत सिंह की गौशाला की छत फाड़कर दुधारू गाय को निवाला बना दिया। क्षेत्र में अब तक तीन घटनाएं हो चुकी हैं, जब भालू ने गौशाला का दरवाजा तोड़कर दुधारू पशुओं को निवाला बनाया है।
भालू की दहशत से स्थानीय ग्रामीण चिंता में हैं। ग्रामीणों की माने तो पहली बार ऐसा देखने को मिल रहा है, जब भालू द्वारा गौशाला का दरवाजा फाड़कर मवेशियों को निवाला बनाया जा रहा है। ग्राम प्रधान जसोली बल्लभ प्रसाद जसोला ने घटना स्थल पर जाकर प्रभावित परिवार को उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण भरत सिंह, विक्रम सिंह के अलावा अन्य ग्रामीणों के मवेशियों को भालू अपना निवाला बना चुका है, जिस कारण ग्रामीणों के सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि तत्काल जिला प्रशासन और वन विभाग को भालू को पकड़ने की त्वरित कार्रवाही करनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो ग्रामीण आंदोलन के लिए मजबूर हो जाएंगे। घटना स्थल पर पहुंचे पर्यावरण विशेषज्ञ देव राघवेंद्र बद्री ने बताया कि जंगली जानवरों की इस प्रकार की बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय है। विगत कई वर्षो से जंगली जानवरों का मानव बस्तियों के करीब आना बड़ी समस्या बन गया है। उन्होंने वन विभाग और सरकार से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की। वहीं वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया। साथ ही ट्रेप कैमरा लगाने और गस्ती टीम तैनात की गई।
