बुरा असर: स्थानीय अदरक बीज देने की योजना को लगा झटका, फसल खराब होने से आ रही है दिक्कत
चम्पावत। स्थानीय अदरक बीज देने की योजना को झटका लगा है। असल में मुड़ियानी नर्सरी में 35 नाली में बोया अदरक बर्बाद हो गया है। बारिश से फैंसिंग को भी व्यापक नुकसान पहुंचा है। उद्यान विभाग ने इस बार किसानों को स्थानीय अदरक का बीज बांटने की योजना बनाई थी। चम्पावत की मुड़ियानी नर्सरी में 35 नाली में बोया स्थानीय अदरक का बीज बारिश की भेंट चढ़ गया है। डीएचओ टीएन पांडेय ने बताया कि नर्सरी में दस कुंतल अदरक का बीज बोया था। अदरक के इस बीज को किसानों को देने की योजना बनाई गई थी। इससे पूर्व तक उद्यान विभाग हिमाचल व अन्य क्षेत्रों से अदरक के बीज की आपूर्ति करता था। लेकिन बारिश की वजह से नर्सरी के तमाम खेतों की दीवार ढह गई। इस वजह से अदरक की फसल खत्म हो गई है। इसके अलावा जानवरों से बचाव के लिए नर्सरी में लगाई फेंसिंग भी बारिश की भेंट चढ़ गई। उद्यान विभाग ने खेतों, फसलों और फेसिंग को तकरीबन 50 लाख रुपये का नुकसान होने की संभावना जताई है। अदरक की बुवाई अप्रैल में और खुदाई अक्टूबर में की जाती है।