रिजार्ट में युवती की संदिग्ध मौत प्रकरणः पोस्टमार्टम रिपोर्ट न देने पर ग्रामीणों में आक्रोश
सीओ व सीएमएस का घेराव
उत्तरकाशी। संगमचटृी के पास कफनौल गांव के रिजार्ट में युवती की संदिग्ध मौत के मामले को लेकर क्षेत्र वासियों में भारी आक्रोश है। शनिवार को भी सैकड़ो की संख्या में ग्रामीणों ने अस्पताल में डेरा डाले रखा। मृतक युवती की पोस्टमार्टम की रिपोर्ट को सार्वजनिक न करने से ग्रामीणों में भारी गुस्सा देखने को मिला है।। शनिवार को ग्रामीणों ने जिला अस्पताल में सीओ और सीएमएस का घेराव कर उनके खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन और नारेबाजी की। ग्रामीणों का आरोप है कि युवती की मौत प्रकरण को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
शुक्रवार सुबह कफनौल रिजार्ट में काम करने वाली 19 वर्षीय युवती अमृता का संदिग्ध हालत में शव फंदे पर लटका मिला था। ग्रामीणों का आरोप है कि हत्या के बाद उसका शव लटकाया गया है। बीते रोज पुलिस ने किसी तरह ग्रामीणों को समझा कर शव अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था। इसके बाद रात 8 बजे शव का पोस्टमार्टम किया गया लेकिन पोस्टमार्टम की रिपोर्ट दोपहर तक भी परिजनों को नहीं सौंपी गई। अस्पताल के डॉक्टरों व पुलिस द्वारा भी परिजनों और क्षेत्र वासियों को कुछ नहीं बताया गया। ग्रामीणों कहना है कि जब पोस्टमार्टम रात को हो चुका तो फिर उसकी रिपोर्ट क्यों नहीं दी जा रही है। पुलिस और अस्पताल पर तथ्यों को छुपाने का आरोप लगाते हुए उन्होने यह साफ कर दिया गया है कि जब तक उन्हें पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं दी जाएगी और यह नहीं बताया जाएगा कि अमृता की मौत का क्या कारण है तथा जब तक उसके आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जाएगी तब तक वह न अमृता का शव लेकर जाएंगे और न ही उसका अंतिम संस्कार करेंगे।
ग्रामीणों का आरोप है कि अमृता की भी अंकिता की तरह हत्या की गई है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी की कार्यवाही और उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। इस मामले में बीते रोज पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया गया था और उनसे पूछताछ भी की गई थी लेकिन पुलिस या जिला अस्पताल प्रशासन इस बारे में कुछ भी जानकारी नहीं दे रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या है या पूछताछ में क्या कुछ पता चला है इसकी जानकारी न मिलने से लोगों में भारी नाराजगी है।