खान-पान: शहद से जुड़े इन भ्रमों पर कई लोग करते हैं विश्वास, जानिए इनकी सच्चाई…

खान-पान: शहद से जुड़े इन भ्रमों पर कई लोग करते हैं विश्वास, जानिए इनकी सच्चाई…
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हद को अक्सर एक प्राकृतिक और सेहतमंद विकल्प के रूप में देखा जाता है, लेकिन इसके बारे में कई गलतफहमियां भी प्रचलित हैं, जिन पर लोग आंख मूंदकर विश्वास कर लेते हैं।
इस लेख में हम शहद से जुड़े पांच ऐसे भ्रमों की चर्चा करेंगे, जो वास्तव में सच नहीं हैं।
इन भ्रमों की सच्चाई जानकर आप शहद का सही उपयोग कर सकते हैं और अपनी सेहत का बेहतर ख्याल रख सकते हैं।

भ्रम- शहद चीनी का स्वस्थ विकल्प है
कई लोग मानते हैं कि शहद चीनी का सेहतमंद विकल्प है, लेकिन यह पूरी तरह सही नहीं है।
शहद और चीनी दोनों में ग्लूकोज और फ्रक्टोज होते हैं, जो शरीर को समान ऊर्जा देते हैं। शहद में कुछ विटामिन और मिनरल्स होते हैं, लेकिन ये इतनी कम मात्रा में होते हैं कि सेहत पर खास असर नहीं डालते।
इसलिए वजन घटाने या मधुमेह के लिए चीनी की जगह शहद का उपयोग करने वाले सोच-समझकर इसका इस्तेमाल करें।

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भ्रम- गर्म पानी में शहद मिलाकर पीने से वजन घटता है
सुबह-सुबह खाली पेट गर्म पानी में शहद मिलाकर पीने को वजन घटाने का रामबाण उपाय माना जाता है, लेकिन सच्चाई यह है कि केवल गर्म पानी और शहद पीने भर से वजन कम नहीं होता है।
वजन घटाने के लिए संतुलित आहार और नियमित एक्सरसाइज जरूरी होता है।
हां, गर्म पानी आपके पाचन तंत्र को सक्रिय करता है और आपको दिनभर तरोताजा महसूस करने में मदद करता है, लेकिन इसका सीधा संबंध वजन घटाने से नहीं होता।

भ्रम- हर प्रकार की खांसी-जुकाम के लिए शहद फायदेमंद होता है
शहद को खांसी-जुकाम के घरेलू इलाज के रूप में देखा जाता है, लेकिन यह हर प्रकार की खांसी-जुकाम पर असरदार नहीं होता है।
कुछ मामलों में जहां बैक्टीरियल संक्रमण हो सकता है या एलर्जी हो सकती है वहां केवल शहद काम नहीं करेगा।
हालांकि, हल्की-फुल्की सर्दी-खांसी या गले की खराश जैसी समस्याओं में यह राहत दे सकता है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो गले को आराम पहुंचाते हैं।

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भ्रम- शहद बच्चों के लिए पूरी तरह सुरक्षित होता है
अक्सर माता-पिता अपने छोटे बच्चों को भी बिना सोचे-समझे शहद दे देते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह प्राकृतिक चीज होने के कारण सुरक्षित होगा।
हालांकि, एक साल से कम उम्र के बच्चों को कभी भी शहद नहीं देना चाहिए क्योंकि इसमें बोटुलिज्म नामक बैक्टीरिया हो सकता है, जो छोटे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने पर गंभीर समस्या पैदा कर सकता है।

भ्रम- शहद को त्वचा पर लगाने मात्र से चमक आएगी
शुद्धता और प्राकृतिक गुणों की वजह से कई लोग मानते हैं कि सिर्फ चेहरे पर लगाने भर से त्वचा चमक उठेगी, जबकि असलियत ये होती कि त्वचा की देखभाल सिर्फ बाहरी उपचार तक सीमित न होकर अंदरूनी पोषण भी मांगती होती है।
हालांकि, शुद्धता और मॉइस्चराइजिंग गुणों वाली सामग्री जैसे नींबू , दही आदि मिलाकर मास्क बनाकर इस्तेमाल करने पर फायदा जरूर मिल सकता है।

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