आपदा: वरुणावत पर्वत लैंडस्लाइड मामले में जिलास्तरीय तकनीकी समिति ने शासन को भेजी रिपोर्ट

उत्तरकाशी। जिलाधिकारी डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने वरुणावत पर्वत से भूस्खलन को लेकर जिला स्तर पर गठित तकनीकी समिति की रिपोर्ट शासन को भेज दी है। उत्तरकाशी डीएम डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा इस पर अब शासन की ओर से ही तकनीकी समिति जांच करेगी, जिसके जल्द यहां पहुंचने की उम्मीद है।
बीते मंगलवार रात को वरुणावत पर्वत की तलहटी में बसे गोफियारा क्षेत्र के ऊपर भूस्खलन हुआ, जिसके बाद डीएम डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने एक जिला स्तरीय तकनीकी समिति का गठन कर भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। समिति ने भूस्खलन क्षेत्र का निरीक्षण कर तत्कालीन और दीर्घकालीन सुरक्षा उपायों को लेकर अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंपी। इस रिपोर्ट में समिति ने भूस्खलन को रोकने के उपाय भी सुझाए। साथ ही भूस्खलन की तलहटी में बसे आबादी क्षेत्र की सुरक्षा के लिए निरंतर सतर्कता बरतने को कहा है।
उत्तरकाशी के डीएम डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया उन्होंने जिला स्तर पर गठित तकनीकी समिति की रिपोर्ट शासन को भेज दी है। अब शासन की ओर से ही तकनीकी समिति गठित की जाएगी। जिसमें टीएचडीसी, जीएसआई, आईआईटी रुड़की सहित अन्य एजेंसियां हो सकती हैं। डीएम डॉ बिष्ट ने कहा वरुणावत पर्वत हमारे लिए महत्वपूर्ण है। इसके नीचे घनी आबादी रहती है। वरुणावत पर्वत पर जहां भूस्खलन हुआ है उसके ट्रीटमेंट के साथ बफर जोन में नये निर्माण पर पाबंदी को सख्ती से लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट सौंपने के बाद जल्द ही इस पर काम शुरू होने की उम्मीद है।
