आक्रोश: आयुष रावत की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन, पुलिस चौकी घेरी
काशीपुर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का डीप फेक वीडियो बनाने के आरोपी आयुष रावत के समर्थन में बड़ी संख्या में पुरुषों और महिलाओं ने कुंडेश्वरी चौकी का घेराव कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में मौजूद आयुष ने उसके खिलाफ केस कराने वाले अस्पताल संचालक, महिला दरोगा व अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ क्रास एफआईआर करने के लिए पुलिस को तहरीर सौंपी। करीब तीन घंटे बाद जांच के आश्वासन पर प्रदर्शनकारी वापस लौटे। 14 दिनों के भीतर इस मामले में कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने फिर से आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है।ग्राम प्रतापपुर निवासी आयुष रावत को पुलिस ने 15 जुलाई को गिरफ़्तार किया था। एक अस्पताल के संचालक मुकेश चावला ने आयुष के खिलाफ सीएम का मीम बनाकर उनकी छवि खराब करने का आरोप लगाया था। इस घटना के बाद से आयुष के परिचितों में रोष है। मंगलवार को उत्तराखंड बेरोजगार संघ के कुमाऊं संयोजक भूपेंद्र सिंह कोरंगा, प्रदेश संगठन मंत्री शंभू लखेड़ा और कुसुम लता बौड़ाई के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोगों ने कुंडेश्वरी पहुंचकर चौकी का घेराव किया। उन्होंने आयुष रावत पर सत्ता के दबाव में गलत धाराओं में मुकदमा दर्ज करने और उसके साथ मारपीट और अभद्रता करने का आरोप लगाया। आयुष ने मुकेश चावला और अन्य के खिलाफ क्राॅस एफआईआर दर्ज करने के लिए पुलिस को तहरीर भी सौंपी। मुकदमा दर्ज कराने की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी करीब तीन घंटे तक चौकी में जमे रहे। इस दौरान उनकी पुलिस अधिकारियों के साथ नोकझोंक भी हुई। बाद में प्रदर्शनकारी कार्रवाई के लिए 14 दिन की मोहलत देकर चले गए।
ये रहे शामिल
वहां पीयूष जोशी, मुकेश जोशी, सुरेश रावत, नरेंद्र सती, सुरेंद्र सिंह, मनोज भंडारी, अरविंद रावत, रविंद्र रावत, महेश नैनवाल, रोहित रावत, मनीष थापा, अंजू रावत, सीमा, पुष्पा, शारदा, लक्ष्मी, उमा, संगीता, सुमन व सावित्री देवी शामिल थीं।