खुलासा: लूट के इरादे से की गयी थी बुजुर्ग की हत्या, चार गिरफ्तार

जांच के दौरान 3500 से अधिक ई-रिक्शा को चैक कर मुख्य आरोपी तक पहुंची पुलिस
हरिद्वार पुलिस ने घटना में शामिल 04 अभियुक्त दबोचे, 02 फरार की तलाश जारी
DGP ने 25 हजार, IG रेंज ने 10 हजार व SSP हरिद्वार ने की 05 हजार के ईनाम की घोषणा
मृतक के परिजनों ने पुलिस टीम को भेंट किया 51 हजार रुपये का चैक
हरिद्वार। कनखल के बैरागी कैंप में रिटायर्ड सिंचाई कर्मचारी की गला रेतकर हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने चार हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि दो आरोपियों की तलाश की जा रही है। हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम पर इनामों की बौछार हो गयी है। वहीं मृतक के परिजनों ने भी पुलिस टीम को 51 हजार रूपये का चेक दिया है।
विदित हो कि 11 सितंबर की देर शाम कनखल के बैरागी कैंप में एक बुजुर्ग की हत्या हो गयी थी। खबर मिलने पर तमाम पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। मृतक अशोक चढ्डा द्वारा सेवानिवृत्त होने के पश्चात बैरागी कैंप क्षेत्र में सेवाश्रम बनाया गया था जहां यात्रियों और कामगारों को किराये पर कमरे दिए जाते थे। मृतक का खून से सना हुआ शव बाथरुम में पड़ा हुआ था।
एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस टीम ने 3500 से अधिक ई-रिक्शा को चैक करने किया। तब जा कर लूट और हत्या में शामिल मुख्य आरोपी सहित 04 आरोपियों को दबोचने में सफलता हासिल की। टीम ने आरोपियों की निशानदेही पर श्रीयंत्र पुल के नजदीक से घटना में प्रयुक्त पाटल, मृतक के खून से सने आरोपियों के कपड़े व लूट के दौरान मृतक के कुर्ते से निकाले गए सात हजार रुपए बरामद किए गए। हत्याकांड में शामिल 02 अन्य आरोपी फरार चल रहे हैं जिनकी तलाश की जा रही है।
केयर टेकर पर था संदेह, कातिल कोई और निकला
एसएसपी ने बताया कि शुरुआती जांच में सेवाश्रम में बतौर केयर टेकर नियुक्त नरेन्द्र शक के घेरे में था किन्तु पुलिस की जांच और पड़ताल में हत्यारे सेवाश्रम के किराएदार और उनके साथी निकले। जिन्हे मृतक अशोक चढ्ढा ने कुछ दिन पहले ही पहचान पत्र और किराया न देने पर आश्रम से बाहर कर दिया था।
सेवाश्रम से बाहर निकाले गए किराएदार भानू और संदीप अक्सर मृतक के कमरे में झाड़ू-पोछा किया करते थे। इस दौरान कमरे में टांगी गई चाबियों के छल्ले, बिस्तर के नीचे रखे कागजात और बच्चों के अच्छे रोजगार में लगे होने के चलते आरोपियों को मृतक के कमरे में मोटी रकम होने का अंदाजा था। इसीलिए आरोपियों ने लूट करने की योजना बनाई थी।
शाम को सभी के एक साथ में नशा करने के दौरान बना था प्लान
सेवाश्रम से बाहर निकाले गए किराएदारों को नशा करने की आदत होने के चलते शाम को सभी एक साथ मिले जहां नशा करने के दौरान कुछ साथी और मिले। इस दौरान ही आरोपियों ने लूट का प्लान बनाया था। आरोपियों द्वारा बाहर से नकली नोट मंगाकर उनकी काट-छांट करने और तैयार नकली नोटों को असली नोटों की गड्डियों के बीच रखकर नशा सामग्री खरीदने की बात भी सामने आयी है जिसकी पड़ताल की जा रही है।
ब्लाइंड मर्डर केस के कम समय में सफल खुलासे पर पुलिस टीम के लिए DGP उत्तराखण्ड अशोक कुमार द्वारा 25 हजार, IG रेंज करण सिंह नगन्याल द्वारा 10 हजार व SSP हरिद्वार प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा 05 हजार के ईनाम की घोषणा की घोषणा की गई साथ ही मृतक के परिजन द्वारा पुलिस टीम को 51 हजार रुपये का चैक भेंट किया गया।
पकड़े गये आरोपी
1- भानु प्रताप पुत्र कटार सिंह निवासी हस्तिनापुर मेरठ उ0प्र0 हाल निवासी मायाविहार जगजीतपुर कनखल
2- अभिजीत उर्फ सुक पुत्र मनमोहन सिंह निवासी आर्यनगर ज्वालापुर हरिद्वार
3- संदीप कुमार पुत्र जवाहर सिंह निवासी पण्डितपुरी रायसी लक्सर
4- मनीष गिरी पुत्र जनेश्वर निवासी बैराज कालोनी मायापुर कोतवाली हरिद्वार
पुलिस टीम:-
1- थानाध्यक्ष नितेश शर्मा
2- उनि देवेन्द्र सिंह तोमर
3- उनि कमल कांत रतूडी
4- उनि उपेन्द्र सिंह
5- उनि सोनल रावत
6- हेकां हरेन्द्र सिंह
7- कां बलवंत सिंह
8- कां सतेन्द्र रावत
9- कां अरविन्द नौटियाल
10- कां संजू सैनी
11- कां उमेद सिंह
12- कां मनीष रावत
13- कां विजयपाल
14- कां राजेश चौहान
15- मकां अजिता पंवार
16- मकां प्रियंका तोमर
17- हेका शक्ति सिंह
18- हेका विवेक यादव
सीआईयू टीम हरिद्वार-
1- उनि विजय सिंह
2- उनि पवन डिमरी
3- अउनि सुन्दर लाल
4- हेका पदम सिंह
5- कां उमेश सिंह