विवादास्पद: छात्र संघ चुनाव परिणाम में हेरफेर का आरोप, गलट डेटा किया जारी

रुद्रपुर । सरदार भगत सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में छात्र संघ चुनाव में बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। महाविद्यालय में उपाध्यक्ष छात्रा पद पर निर्वाचित गायत्री टम्टा की जगह सोनिया मंडल को शपथ दिला दी गई।
वहीं सुबह छात्र संघ प्रभारी ने नया डेटा जारी कर टाइपिंग एरर का हवाला देते हुए सोनिया मंडल के विजयी होने का दावा किया है। सभी राष्ट्रीय समाचार पत्रों में गायत्री टम्टा के जीत दर्ज करने की खबर प्रकाशित होने और दूसरे दिन संशोधित पत्र जारी होने पर दूसरे पक्ष में उबाल है और उन्होंने अनियमितता का आरोप लगाया है।
महाविद्यालय में 11 पदों के लिए शनिवार को छात्र संघ चुनाव का मतदान हुआ। मैदान में 26 प्रत्याशी थे। सुबह के नौ बजे से अपराह़्न करीब तीन बजे तक मतदान हुआ। महाविद्यालय में कुल 8389 मतदाता थे, जिसके सापेक्ष कुल 3484 विद्यार्थियों ने मतदान किया। इसके बाद शाम के करीब पांच बजे से 34 टेबलों पर मतगणना आरंभ हुई, जो करीब रात के साढ़े नौ बजे तक चला।
इसके बाद प्राचार्य ने विजेताओं को शपथ दिलाई। छात्र संघ प्रभारी प्रो. सर्वजीत सिंह व नोडल अधिकारी की ओर से पूर्ण डेटा मोबाइल पर भेजी गई, जिसमें प्रत्येक प्रत्याशियों के प्राप्त मत राउंडवार इंगित थे। छात्र संघ प्रभारी की ओर से जारी परिणाम में उपाध्यक्ष छात्रा पद के लिए गायत्री टम्टा को 1463 मत मिले थे और सोनिया टम्टा को 1436 मत प्राप्त हुए। ऐसे में 27 मत से गायत्री ने जीत दर्ज की। इस खबर को तीनों राष्ट्रीय अखबारों ने प्रकाशित किया। इधर सुबह के करीब साढ़े आठ बजे छात्र संघ प्रभारी प्रो. सर्वजीत सिंह ने व्हाट्सएप पर मीडिया कर्मियों को एक नई परिणाम वाली लिस्ट भेजी गई, जिसमें सोनिया मंडल को 1450 मत और गायत्री टम्टा को 1431 मत दर्शाया गया है। इस हिसाब से सोनिया मंडल को 16 मतों से विजयी दिखाया है।
सुबह दूसरी लिस्ट जारी होने पर उपाध्यक्ष प्रत्याशी गायत्री और उनके समर्थकों ने विरोध किया और चुनाव में अनियमितता का आरोप लगाया । इस संबंध में कोर्ट में याचिका दायर करने की तैयारी है। वहीं सवाल यह भी उठता है कि शनिवार को जारी परिणाम को देर रात छात्र संघ प्रभारी की ओर से डिलिट कर दिया जाता है, और सुबह नई सूची जारी होती है। यदि उन्हें रात में ही डेटा में गलती का पता चल गया था, तो उन्होंने रात में ही नई सूची क्यों नहीं अपडेट कराई, क्यों इसकी सूचना नहीं दी गई।
