नहीं छोड़ना होगा मुख्यालय, रिजर्व फोर्स के रूप में तैनात माना जाएगा
संवाददाता
देहरादून, 28 दिसंबर । उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार राज्य के पहाड़ी जिलों में तैनात पुलिसकर्मियों को नये साल का अनूठा उपहार दिया है। पहली जनवरी से पौड़ी गढ़वाल, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर एवं चम्पावत में नियुक्त पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश मिलना शुरू हो जाएगा। डीजीपी अशोक कुमार ने अवकाश देने के निर्देश जारी कर दिए हैं। डीपीजी ने बताया कि पुलिसकर्मियों के मनोबल और कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए प्रथम चरण में परीक्षण के तौर पर पहली जनवरी से 9 पर्वतीय जनपदों में थाना/चौकी/पुलिस लाइन में नियुक्त मुख्य आरक्षी और आरक्षियों को साप्ताहिक अवकाश की सुविधा उपलब्ध कराये जाने का निर्णय लिया गया है।
साप्ताहिक अवकाश के दौरान पुलिसकर्मी नियुक्ति मुख्यालय नहीं छोड़ेगा। वह रिजर्व ड्यूटी पर समझा जाएगा। विशेष परिस्थिति में जैसे-आपदा, दुर्घटना या कानून व्यवस्था की स्थिति में यदि ड्यूटी पूरी नहीं हो पा रही है, तो साप्ताहिक विश्राम पर गये कर्मी को थाना प्रभारी वापस बुला सकते हैं। उत्तराखंड में यह व्यवस्था पहली बार की जा रही है।
देहरादून, 28 दिसंबर । उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार राज्य के पहाड़ी जिलों में तैनात पुलिसकर्मियों को नये साल का अनूठा उपहार दिया है। पहली जनवरी से पौड़ी गढ़वाल, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर एवं चम्पावत में नियुक्त पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश मिलना शुरू हो जाएगा। डीजीपी अशोक कुमार ने अवकाश देने के निर्देश जारी कर दिए हैं। डीपीजी ने बताया कि पुलिसकर्मियों के मनोबल और कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए प्रथम चरण में परीक्षण के तौर पर पहली जनवरी से 9 पर्वतीय जनपदों में थाना/चौकी/पुलिस लाइन में नियुक्त मुख्य आरक्षी और आरक्षियों को साप्ताहिक अवकाश की सुविधा उपलब्ध कराये जाने का निर्णय लिया गया है।
साप्ताहिक अवकाश के दौरान पुलिसकर्मी नियुक्ति मुख्यालय नहीं छोड़ेगा। वह रिजर्व ड्यूटी पर समझा जाएगा। विशेष परिस्थिति में जैसे-आपदा, दुर्घटना या कानून व्यवस्था की स्थिति में यदि ड्यूटी पूरी नहीं हो पा रही है, तो साप्ताहिक विश्राम पर गये कर्मी को थाना प्रभारी वापस बुला सकते हैं। उत्तराखंड में यह व्यवस्था पहली बार की जा रही है।