
ऋषिकेश – तीर्थनगरी की जनता नगर निगम की नाकारेपन का खामियाजा भुगतने को विवश है। शहर के बीचोंबीच लगे कचरे के ढेर को हटाये जाने की मांग को लेकर आंदोलनरत नागरिक निगम प्रशासन के अड़ियल रवैए से खासे नाराज़ हैं। इस के विरोध में चलाया जा रहा सामाजिक संगठन ‘जागृति एक प्रयास’ का धरना गुरुवार को 37 वें दिन भी जारी रहा। जबकि क्रमिक अनशन का सातवां दिन था। लेकिन जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों और संबंधित विभागों के कारिंदों ने धरनास्थल पर आकर नागरिकों की बात सुनने की जहमत नहीं उठाई। ‘जागृति एक प्रयास’ के मीडिया प्रभारी रजत प्रताप सिंह आज क्रमिक अनशन पर बैठे। रजत प्रताप सिंह ने कहा कि हमारे जनप्रतिनिधि को अपनी इच्छा शक्ति जगानी होगी क्योंकि जनप्रतिनिधियों की इच्छाशक्ति खत्म हो चुकी है । साढ़े 12 साल वर्तमान विधायक को हो गए लेकिन अभी तक उन्होंने जनता की इतनी भयावह समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया। जनप्रतिनिधि कोई भी हो अपना ठीकरा दूसरे पर फोड़ते हैं।

धरने को समर्थन देने पहुंचे व्यापार सभा घाट रोड के कार्यकारी उपाध्यक्ष मोतीराम टुटेजा ने कहा कि शासन प्रशासन को इस विषय पर गंभीर सोच रखनी होगी। धरने में सभी युवा हैं, जिस दिन युवा अपने आपे से बाहर हो गए तो इनको संभालना मुश्किल हो जाएगा। इसलिए शासन-प्रशासन व जनप्रतिनिधि समय रहते हुए शहर के बीचो-बीच 84 बीघे में जो कचरे का घर है, उसका जल्दी से जल्दी निस्तारण करने के लिए कदम उठाएं। डॉक्टर आशुतोष डंगवाल ने कहा कि बहुत जहरीली गैसे इस कचरे से निकलती है। मलेरिया जैसी और भी भयावह बीमारी होने का डर है ।शासन प्रशासन अभी नहीं चेता तो आने वाले समय में शहर वासियों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा कि मच्छर और जहरीली गैस ना जनप्रतिनिधियों को पहचानती है और ना समाज सेवक या आम पब्लिक को पहचानती है । इसकी चपेट में सभी लोग आएंगे। धरने के समर्थन में रामकुमार संगर पूर्व सभासद हरि राम वर्मा , हरीश आनंद पूर्व सभासद, रमन शर्मा ,अमित उप्पल ,जगजीत सिंह जग्गी, मोतीराम टुटेजा, डॉ आशुतोष डंगवाल ,सुरेश शर्मा, नितिन अग्रवाल, कालू राम , एम एल अरोड़ा,खुशाल सिंह बोहरा, संस्था के सचिव विकास अग्रवाल, उपाध्यक्ष गौरव राजपूत, व्यवस्थापक गुड्डू रावत, अध्यक्ष अरविंद हटवाल व रमेश सिंह लिंगवाल आदि थे।