संवाददाता
देहरादून, 21 दिसंबर।
इंदिरा मार्केट रि—डेवपलमेंट प्लान पर एमडीडीए से वार्ता के बावजूद चार वर्षों में अब तक योजना का कार्य शुरू नहीं किये जाने पर सीपीएम के सचिव मण्डल ने चिन्ता व्यक्त की है। सीपीएम ने एमडीडीए से समझौता पालन न करने का आरोप लगाया है।
आज पार्टी सचिव मण्डल की बैठक आयोजित की गई। कार्य में देरी के लिए नगर विधायक को भी सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है। जो एमडीडीए पर समय—समय पर निर्माण तिथि आगे बढाने के लिये दबाव डालते रहे हैं जो कि शासनादेशाें तथा एमओयू का सीधे तौर पर उल्लंघन है। वक्ताओं ने कहा कि रि—डेवलपमेंट प्लान से 550 से अधिक प्रभावितों के हित जुड़े हैं। प्रथम चरण के प्रभावितों का हिस्सा डेढ़ साल से भी अधिक समय से अपने दुकानों/कार्यालयों को ध्वस्त कर या कब्जा छोड़कर एमडीडीए द्वारा निर्मित अस्थाई दुकानों में शिफ्ट कर गये हैं। अन्य सभी ने भी इन दुकानों में कब्जा ले लिया है।
बैठक में वक्ताओं ने कहा है कि अनावश्यक देरी से प्रभावितों के मन में तरह तरह की आशंका बनी हुई हैं। कहा कि एमडीडीए सत्ताधारियों के दबाब के चलते जानबूझकर परियोजना को शुरू करने में देर कर रही है। कहा कि जब मुख्यमंत्री कार्यालय से बार—बार निर्माण के निर्देश मिल रहे हैं तो एमडीडीए निर्माण में देर करना ठीक नहीं है।
बैठक में राज्य सचिव राजेन्द्र सिंह नेगी, जिला सचिव राजेन्द्र पुरोहित, अनन्त आकाश, लेखराज, माला गुरूंग, शम्भु प्रसाद ममगाई, किशन गुनियाल तथा कामरेड कमरूद्दीन आदि मौजूद रहे।