संवाददाता
रूद्रपुर, 29 दिसंबर।
जिला विकास प्राधिकरण को हटाने की मांग को लेकर कांग्रेस प्रदेश सचिव नंदलाल के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने डीडी चौक पर प्रदेश सरकार का पुतला फूंका।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 में जिला विकास प्राधिकरण की स्थापना को उत्तराखंड में इस उद्देश्य से लागू किया गया था कि शहरी व ग्रामीण जनता को इस प्राधिकरण से फायदे हो और उनके भवन आदि के नक्शे सरलता से पास हो सकें किन्तु इस प्राधिकरण की कार्यश्ौली से तमाम विसंगतियां उत्पन्न हुई हैं। प्रदेश की ग्रामीण एवं शहरी जनता को जिला विकास प्राधिकरण लागू होने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। भवन निर्माण के नक्शा पास कराने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। काफी धन व समय की बर्बादी होती है।
प्राधिकरण केवल वसूली केंद्र बन गया है। नियम कानून को बताते हुए लंबा समय लगाया जाता है। प्रदेशभर के जिला विकास प्राधिकरण आज भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुके हैं और आए दिन शिकायतें भी आती रहती हैं। विकास प्राधिकरण जनता की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर रहा है। इनका नगरीय, ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोई योगदान नहीं है।
पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष संदीप चीमा ने कहा कि इस कानून से सरलता की अपेक्षा थी किंतु यह कानून अत्याधिक जटिल होने के कारण भ्रष्टाचार युक्त हो गया है इसलिए इसे बनाये रखने का कोई औचित्य नहीं है। नियम कानून और जटिलताओं के नाम पर लोगों को परेशान किया जा रहा है।
कांग्रेस नेता दिनेश पंत ने कहा कि जिला विकास प्राधिकरण से ग्रामीण क्षेत्र वासी अत्यधिक दुखी हैं। कृषि से संबंधित निर्माण कार्य भी आज जिला विकास प्राधिकरण में पनपते भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ चुके हैं। नक्शा पास कराने के लिए निर्धारित शुल्क बहुत ज्यादा होती है।